हेलो, दोस्तों यह मेरा चौदहवाँ पोस्ट है आज मैं आपको उस कहानी को बताऊँगा जिसमें हम लोग पहले उस व्यक्ति के बारे में नहीं जानते थे लेकिन आज उस व्यक्ति को पूरा देश जानता हैं।
I.P.S. नवनीत सिकेरा का जीवनी (Biography of I.P.S. Navneet Sikera) -
यह कहानी है उस भारतीय I.P.S अधिकारी का जिसके नाम से गुंडे और बदमाश हमेशा खौफ में रहते हैं और जो एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के नाम से भी जाने जाते हैं जिसका नाम हैं I.P.S. नवनीत सिकेरा। नवनीत का जन्म भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के एटा जिले के एक मध्यम वर्गीय परिवार में 20 अक्टूबर 1971 को हुआ था। नवनीत के पिता नाम मनोहर सिंह सिकेरा जिनका मृत्यु इसी साल के जनवरी 2020 में हुआ। नवनीत ने अपने कार्यकाल में महिलाओं के लिए बहुत ही अच्छे व् नेक काम किया जिससे उन तमाम महिलाओ को मदद मिला जो किसी न किसी प्रताणना के शिकार थे। सिकेरा का नाम ही गुंडों के लिए एक काल हैं उन्होंने अपने काम से अपने देश में उन तमाम बुराई के तत्वों का खात्मा किया जिससे समाज में डर और दहशत था। नवनीत के पिता जी जो एक साधारण से किसान थे लेकिन उन्होंने नवनीत के पढाई और जरुरत में कभी कमी नहीं आने दिया।
शिक्षा (Education) -
नवनीत बचपन से ही बहुत तेज और मेधावी छात्र थे उनका प्रारम्भिक शिक्षा उनके गाँव से ही हुआ जहाँ से उन्होंने अपना 12 वी तक का पढाई पूरा किया और उसके आगे की पढाई के लिए उन्हें दिल्ली जाना पड़ा जहाँ से उन्होंने अपना ग्रेजुएशन (B.Sc) करने को सोचा लेकिन हिंदी माध्यम के छात्र होने के नाते और वो जिस कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए गए वह उनके साथ अच्छा व्यवहार न होने के कारण उन्होंने सोचा की अब कुछ ऐसा बनना है की जो इससे भी बड़ा हो तब उन्होंने I.I.T. इंजीनियर बनने को सोचा और 1989 में प्रवेश परीक्षा पास करके I.I.T. रुड़की से कम्प्यूटर साइंस से इंजीनियर में दाखिला लिया और अपना इंजीनियरिंग पूरा किया।
शादी और I.P.S. की तैयारी (Marriage and Preparation of I.P.S.) -
नवनीत के पढाई के पूरा होने के बाद उनकी शादी डॉ. पूजा ठाकुर से होता है डॉ. पूजा ठाकुर जो खुद ही "मिशन सशक्त" के फाउंडर है जो पीड़ित महिलाओं की मदद के लिए हमेशा तैयार रहता है और वो हमेशा दुसरो के मदद के लिए तत्पर रहती है इसलिए वो सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में भी जानी जाती है। नवनीत सिकेरा और पूजा सिकेरा के दो बच्चे भी है जिनका नाम आरव और दिव्यांश सिकेरा हैं।
नवनीत सिकेरा ने जब अपना इंजीनियरिंग का पढाई पूरा किया तो वो नौकरी के बारे में सोच रहे थे लेकिन उनके पिता जी के साथ एक पुलिस वाले के ख़राब व्यवहार ने उन्हें सोचने पर मजबूर किया अब की अब मैं एक पुलिस अधिकारी बन के समाज के उन तमाम बुरे तत्वों को खत्म करूँगा जो इस देश के साथ खिलवाड़ कर रहे है और फिर उन्होंने 1993 में अपना बी.इ. (B.E) पूरा करने के बाद I.P.S. (UPSC)के तैयारी शुरू किया और 1996 में उन्होंने U.P.S.C. पास करने के बाद उन्होंने I.P.S. को चूने।
प्रशिक्षण (Training) -
I.P.S. बनने के बाद नवनीत को दो सालों की ट्रेनिंग हैदराबाद के "सरदार वल्लभभाई पटेल नेशनल पुलिस अकादमी (S.V.P.N.P.A)" से पूरा किये।
पोस्टिंग (Posting) -
ट्रेनिंग पूरा होने के बाद उनके पहला पोस्टिंग गोरखपुर में अस्सिटेंट सुपरिन्टेन्डेन्ट ऑफ़ पुलिस (A.S.P.) के पद पर हुआ उसके बाद S.P. मुरादाबाद, S.S.P. वाराणसी आदि बहुत सारे पोस्ट पर अपना सेवा देश को दिए और इस समय वो Inspector General (I.G.)उत्तर प्रदेश के पोस्ट पर अपना सेवा देश को दे रहे हैं। लोकेशन
तबादला और पदोन्नित (Transfer and Promotion) -
नवनीत सिकेरा ने अपने काम और देश के प्रति लगाव से उनके से उनका कई बार लगभग 8 बार ट्रांसफर भी हुआ लेकिन इनमे से ज्यादा तर ट्रांसफर उनके प्रमोशन के रूप में हुआ।
मुख्य कार्य (Main Work) -
नवनीत ने अपने कार्यकाल में कुछ मुख्य कार्य किये जैसे की - 2012 में "वुमन पावर लाइन 1090" जो महिलाओं के लिए एक हेल्प लाइन नंबर हैं और दूसरा कार्य "आटोमेटिक व्हीकल सिस्टम" का भी शुरुआत किया। नवनीत सिकेरा ने आज बहुत सारे बड़े मंचो पर अपना मोटिवेशन स्पीच भी देते हैं जिससे की छात्रों को बहुत मदद मिलता हैं।
एनकाउंटर (Encounter) -
I.P.S. नवनीत सिकेरा जो की एक एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के नाम से जाना हैं और उनके नाम से ही बदमाशों के पशीने छूटने लगते है तो आइये जानते हैं उनमें सबसे बड़े और कठिन एनकाउंटर को -
रमेश कालिया एनकाउंटर (Ramesh Kalia Encounter) -
समय वो 2004 का था उस समय उत्तर प्रदेश में माफियाओ का वर्चस्व अपने चरम सीमा पर था और उनमे से एक का नाम रमेश कालिया था जो बिल्डरो और बड़े - बड़े बिज़नेस मैंन को डरा - धमका के फिरौती लेता था और जो नहीं देता था वो उसका मर्डर कर देता था। ऐसा ही कुछ हुआ समाजवादी पार्टी के एमएलसी (M.L.C.) अजित सिंह के साथ जिनका रमेश कालिया ने हत्या कर दिया और अपने प्रभाव को बढ़ाते जा रहा था। इस हत्या के वजह से उस समय उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी का सरकार था और मुलायम सिंह यादव उस समय के प्रदेश मुख्यमंत्री थे और कालिया का खौफ के नाते जनता में एक डर बन गया था और मुलायम सिंह यादव को इसे रोकना बहुत जरुरी हो गया था तब उन्होंने यह फैसला लिया की अब प्रदेश से गुंडों और माफियाओं का खात्मा किया जाये और 2005 में उन्होंने नवनीत सिकेरा को इसका जिम्मेंदारी दिया और फिर नवनीत ने अपने टीम के साथ इस मिशन को पूरा करने के लिए एक योजना बनाई और तभी उनको सूचना मिलता है की रमेश कालिया ने एक बिल्डर से फिरौती का एक बड़ा रकम मांगा हैं और फिर उन्होंने अपने योजना के तहत रमेश कालिया के अड्डे तक एक शादी के बारात के तरह वह पहुँचे जिससे उसे खबर न हो लेकिन उसको इस बात की सूचना लग जाती हैं और दोनों तरफ से फायरिंग होती हैं लगभग 25 मिनट के फायरिंग के बाद रमेश कालिया का एनकाउंटर हो जाता हैं।
सम्मान (Honor) -
नवनीत सिकेरा के लगभग 50 से अधिक एनकाउंटर किये है और उनके इस बहादुरी पर उनको कई बार सम्मानित किया गया हैं जैसे की - 2002और 2005 में मुख्य मंत्री अवार्ड, 2013 में राष्ट्रपति के द्वारा सम्मान, 2018 में D.G.C.D. के द्वारा गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया।
फिल्म (Movie) -
नवनीत सिकेरा के जीवन पर एक वेब सीरीज भी बना है जिसका नाम हैं "भौकाल".
निष्कर्ष (Conclusion) -
इस कहानी से हमें यही सिख मिलता है की एक समाज की बुराई और समाज के दशहतगर्ज के खात्मे के लिए एनकाउंटर स्पेशलिस्ट नवनीत सिंह सिकेरा जैसे पुलिस अधिकारी का हमेशा सम्मान और हमें गर्व करना चाहिए और युवाओं के लिए यह एक नई सोच है जो उनके कदमों को डगमगाने से बचाया करेगा।
और कहते हैं न दोस्तों -
"We should never allow those elements that increase the evils in the society because their increase leads to fear and panic in the people"
और हाँ दोस्तों घर पर रहे, सुरक्षित रहे और प्लीज दोस्तों लाइक करें, कमेंट करें, और शेयर करना ना भूलें।
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