STORY AND BIOGRAPHY OF I.P.S. D. ROOPA IN HINDI (EDUCATION,MAJOR WORK,POSTING&MORE)

 हेलो, दोस्तों यह मेरा सत्रहवाँ पोस्ट है आज मैं आपको उस कहानी को बताऊँगा जिसमें उस महिला I.P.S अधिकारी ने अपनी ईमानदारी और सख्त रवैये से बड़े - बड़े नेताओं को भी सबक सीखा चुकी हैं -

I.P.S. D.Roopa ki jivani aur kahani

I.P.S डी. रूपा की जीवनी और कहानी (Biography and Story of I.P.S D. Roopa) -  

यह कहानी है भारत के उस महिला I.P.S अधिकारी की जिसके सख्त रवैये से मुख्यमंत्री तक नहीं बच सके और जो भारत के लेडीज सिंघम और शार्प शूटर के नाम से जानी जाती हैं  जिनका नाम हैं रूपा दिवाकर मौदगिल। रूपा का जन्म भारत के कर्नाटक राज्य के देवनगरी में हुआ था। रूपा के पिता का नाम J.H. दिवाकर और माता का नाम हेमावती हैं रूपा दो बहनें हैं जो की एक  I.R.S. अधिकारी है। रूपा ने अपनी अबतक के देश सेवा में बहुत सारे गुनहगारों और भ्रष्टाचारिओं को जेल की हवा खिलाई हैं जिसके कारण सत्ताधारियों ने इनका कई बार इनका ट्रांसफर भी किया लेकिन वो कहती हैं की मैं अपने कर्म और फर्ज से न कभी हारी और ना ही कभी हारूँगी। 

शिक्षा (Education) - 

डी. रूपा बचपन से ही तेज और मेधावी छात्र थी इनकी प्रारम्भिक शिक्षा इनके शहर से ही हुआ जहाँ से इन्होंने अपनी 10 वी और 12 वी के परीक्षा पास किया और उसके बाद उन्होंने अपना ग्रेजुएशन कुवेम्पु विश्वविद्यालय से पूरा किया और पोस्ट - ग्रेजुएशन के लिए इन्हें बेंगलुरु जाना पड़ा जहाँ से इन्होने बेंगलुर विश्वविद्यालय से अपनी पोस्ट - ग्रेजुएशन पूरा किया। 

U.P.S.C. की तैयारी और शादी (U.P.S.C. Preparation and Marriage) - 

अपनी पोस्ट ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद डी. रूपा ने U.P.S.C. के तैयारी में जुट गयी और 2000 में उन्होंने 43 रैंक के साथ U.P.S.C की परीक्षा को पास किया इतने अच्छे रैंक मिलने के बाद भी इन्होंने I.A.S. के जगह I.P.S. को चूना क्यूकी ये देश के उन तमाम समाज के विकास को रोकने वाले तत्वों को मिटाना चाहती थी। 
I.P.S. बनने के 3 साल बाद 2003 में इन्होंने I.A.S. मनीष मौदगिल से शादी किया। I.A.S. मनीष मौदगिल जो की एक तेज तर्रार I.I.T. छात्र थे। डी. रूपा और मनीष मौदगिल के दो बच्चे भी हैं। 

ट्रेनिंग (Training) - 

U.P.S.C. की परीक्षा पास करने के बाद डी. रूपा ने हैदराबाद के सरदार बल्लभ भाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी से अपनी ट्रेनिंग पूरा किया और अपने ट्रेनिंग के सभी लोगों में टॉप 5 में जगह बनायीं।  

पोस्टिंग (Posting) - 

ट्रेनिंग पूरा होने के बाद डी. रूपा का पहला पोस्टिंग कर्नाटक के धारवाड़ जिलें में S.P. के पद पर हुआ उसके बाद इन्होने  बहुत सारें पोस्ट पर अपनी सेवा देश को दिया जैसे की - आखिर में S.P., गडग में S.P. आदि बहुत सारें जिलों में S.P. के पद पर कार्य किया। उसके बाद इन्होंने D.C.P. और D.I.G. के पदों पर भी अपनी सेवा देश को दिया। 

उनके प्रमुख कार्य (His Major works) - 

डी. रूपा ने बहुत से काम को अंजाम दिया जो कठिन और साहसी थे उनमें से कुछ इस प्रकार हैं -

1. मुख्यमंत्री की गिरफ़्तारी (Arrest of the Chief Minister) - 

डी. रूपा ने अपने कामों के द्वारा हमेशा सुर्खियों मे बनी रहती है उन्होंने मध्य प्रदेश में 2007 में वहाँ की तत्कालीन मुख्यमंत्री एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती को एक मामलें में गिरफ्तार किया जिससे कारण पूरे देश में उनकी छवि बढ़ने लगी। 

2. साइबर अपराधियों का खात्मा करना (Eradicate cyber criminals) - 

डी. रूपा ने बहुत सारे साइबर क्राइम को खत्म किया और उनके इस अच्छे काम देखते हुए उन्हें 2013 में देश की पहली महिला साइबर अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया था। 

3. D.S.P. को निलंबित करना (Suspend to D.S.P.) - 

डी. रूपा ने अपने तुरंत एक्शन के लिए हमेशा जानी जाती है उन्होंने श्री मासूति नाम के एक D.S.P. को निलंबित कर दिया था क्यूकी वो दोषियों को बचाने में मदद कर रहे थे। और इन्होने शशिकला के द्वारा जेल में पैसों देने की बात का भी खुलासा किया। 

तबादला (Transfer) - 

अपने सख्त और तुरंत एक्शन के लिए मशहूर I.P.S. डी.रूपा का ट्रांसफर भी बहुत बार हुआ उन्हें अपने अब तक 19 साल के सर्विस में लगभग 42 बार ट्रांसफर किया गया है जो की एक रिकॉर्ड के रूप में है की इतने कम सर्विस में इतना बार ट्रांसफर शायद सत्ताधारीयो को उनके अच्छे काम राज नहीं आते होंगे। 

सम्मान और मोटिवेशनल स्पीच (Honor and Motivational Speech ) - 

डी. रूपा को उनके अच्छे काम और देश के प्रति सदैव तत्पर रहने के लिए राष्ट्रपति के द्वारा 2016 और 2017 में पुलिस पदक से सम्मानित किया गया। और डी.रूपा ने बहुत सारे बड़े -बड़े मंचो पर जैसे की TEDx, Josh Talk आदि मंचो पर अपने मोटिवेशनल स्पीच भी दिए है जो सबको प्रभावित किया।   
samman aur motivational speech

शौक (Hobby) - 

डी. रूपा को भरत नाट्यम से बहुत लगाव है और इसके साथ ही साथ वो एक गायिका भी हैं। 

निष्कर्ष (Conclusion) - 

इस कहानी से हमें यही सिख मिलता है की आप अपने कर्मो और फर्जो से न भागों चाहें वो काम कितना भी कठिन हो और चाहे आपका प्रतिद्वंदी कितना भी शक्तिशाली हो क्यूकी अगर आप इन सबसे पीछे हटते हो तो आप अपने देश के फर्जों का अपमान करेंगे। इन सब में I.P.S. डी रूपा एक मिशाल हैं जो हर एक देशवासी के लिए प्रेणना का स्तंभ हैं। 
और कहते हैं न दोस्तों -
"Not everyone gets the respect and image, it is found by the same people who dedicate themselves to their country because deeds are very important of our country" 

और हाँ सुरक्षित रहें और प्लीज् दोस्तों लाइक करें, कमेंट करें, और शेयर करना न भूलें। 
   
  
  
    

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