COVID -19 EK MAHAMARI(COVID -19 HISTORY,SPREAD,SYMPTOMS,EFFECT,ALERTNESS AND MORE)
हेलो, दोस्तों यह मेरा चौथा पोस्ट है आज मैं आपको उस महामारी के बारे में बताऊँगा जो पूरे दुनिया को अपने घेरे में जकड रखा हैं -
इतिहास (History) -
कोरोना वायरस (COVID-19) का उत्पत्ति सबसे पहले दिसंबर 2019 को चीन के हुबई प्रान्त के वुहान शहर के "Huanan Seafood Market" से हुआ था। जो धीरे -धीरे पूरे शहर और बाद में पूरे चीन और अब इस समय लगभग पूरे दुनियाँ में अपना प्रकोप दिखा रहा हैं और जिसका नाम सबसे पहले "नावेल कोरोना वायरस -19" (2019-nCoD) रखा गया और जो बाद में 11 फरवरी 2020 को WHO ने अपने प्रेस कांफ्रेंस में इसका नाम COVID-19 रखा। लैटिन भाषा में इसका मतलब होता है "मुकुट" क्युकि जब सूक्ष्मदर्शी से इसे देखा जाता है तो इसमें उभरे हुए काँटे जैसा दिखायी देता है।
फैलाव (Spread) -
ये वायरस बहुत सारे विषाणु का समूह है जो मनुष्य, पंछी, जानवर में रोग फैलाता है जिसके कारण साँस लेने दिक्कत होता है और पीड़ित का मौत हो जाता है ये बीमारी सारे उम्र के लोगो को प्रभावित करती है लेकिन जिन्हें पहले से ही कोई बीमारी हो जैसे - शुगर, अस्थमा, हर्ट डिजीज उन लोगो को ज्यादा सावधानी रखना चाहिये।
वैज्ञानिक के द्वारा इसके चार वंशज(Descendant) है -
1.अल्फाकोरोना वायरस(Alfacoronavirus), 2.बेटाकोरोनावायरस(Betacoronavirus), 3.गामाकोरोनावायरस(Gamacoronavirus), 4.डेल्टाकोरोनावायरस(Deltacoronavirus).
लक्षण और सजगता (Symptoms and Alertness) -
इस वायरस में सबसे पहले सर्दी - जुकाम, बुखार, खांसी, सर में दर्द, गले में खराश और बाद में साँस लेने में दिक्कत होने लगता है। इस बीमारी को उभरने में 14 दिन भी लग सकते है इसलिए रोगी को लक्षण दिखते ही 14 दिन तक क्वारंटाइन कर दिया जाता है इसका अभी तक कोई भी उपचार या वैक्सीन नहीं आयी है लेकिन वैज्ञानिक के द्वारा प्रयास किया जा रहा है। दुनियाभर के मेडिकल कंपनी इसके वैक्सीन को बनाने में लगे हुए हैं। इससे बचने के लिए हमें नियमित रूप से अपने हाथो को साबुन या हैंडवाश से धुलना चाहिये। छींकते व खांसते के समय अपने नॉक को रुमाल या टिश्यू पेपर से ढक लेना चाहिये और मास्क का नियमित रूप से प्रयोग करना चाहिए क्युकि ये छुआ -छूत की बीमारी की तरह है जब कोई पीड़ित व्यक्ति छीकता या खाँसता है तो उसके नाक और मुख से निकलने वाले पानी के फव्वारे उसके नजदीक में रहने वाले व्यक्ति को भी संक्रमित कर सकती है।
लॉकडाउन और प्रभाव(Lockdown and Effect)-
इस वायरस का एक चेन होता है उस चेन को तोड़ना ही एक मात्र इससे बचने का उपाय है आज लगभग पूरे विश्व में लॉकडाउन कर दिया गया है क्युकि लॉकडाउन और सोशल डिसटेंसिग ही एकमात्र उपाय है इसे कंट्रोल करने का। चीन ने वुहान में लगभग 78 दिनों तक लॉकडाउन रखा था और अब वहा स्थिति कंट्रोल है। इस समय पुरे दुनियाँ में लगभग लाखो लोग इससे प्रभावित हुए है और लाखो लोग अपनी जान गवा चुके है अमेरिका, स्पेन, इटली, ब्रिटेन आदि देशो में स्थिति बहुत ही नाजुक है जबकि इन देशो का मेडिकल सेक्टर विश्व का सबसे अच्छा मेडिकल सेक्टर माना जाता है लेकिन फिर भी ये देश कुछ नहीं कर पा रहे है और अपने देश भारत में पहला केस 30 जनवरी 2020 को आया था और इस समय तक स्थिति कंट्रोल में है क्युकि भारत में लॉकडाउन बहुत सही समय पर कर दिया गया था क्युकि आप लोगो को पता है भारत जनसंख्या के मामले में विश्व का दूसरा सबसे बड़ा देश है और अगर लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया गया होता तो स्थिति बहुत ही भयावह होती।
सहयोग और साथ(Cooperate and Together)-
इस महामारी में दोस्तों सबको एक साथ मिलकर इस बीमारी से लड़ना चाहिए न की एक दूसरे पर उंगली उठाना चाहिए क्युकी कहते है एकता में शक्ति होती है जो हर मुश्किल समय में हमें लड़ना सिखाती है। हमें उन डॉक्टर्स, नर्स, मेडिकल स्टाफ, पुलिस, वैज्ञानिक,और पीड़ित लोगो का हौशला बुलंद करना चाहिये जो अपने परिवार और अपना जान जोखिम में डाल के दुसरो की जान बचा रहे है और हां दोस्तों हमें अपने सरकार के दिये गए गाइड लाइन्स का पालन करना चाहिये।
कहते है न दोस्तों -
"We should encourage those who protect their people, their society and their country in times of trouble, regardless of their lives"
और हाँ घर पर रहे, सुरक्षित रहे और प्लीज् दोस्तों शेयर करना ना भूले।
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